परदेस जा कर तुमने भुलाया हमसे किये वो वादों को
हर पल तुमने कितना रूलाया सोच के बीती बातों को।

परदेस जा कर तुमने भुलाया हमसे किये वो वादों को
हर पल तुमने कितना रूलाया सोच के बीती बातों को।
ये ताजमहल देखो हमें याद दिलाता है
होती है क्या मुहब्बत ये सबको बताता है
लिखी है इसमे देखो दास्ताने मुहब्बत की
होती है कैसे देखो इबादत ये मुहब्बत की
ये बेजुवॉ है पर कहानी ये सुनाता है
होती है क्या मुहब्बत ये सबको बताता है
चाहा था उसने कितना कितनी मुहब्बत की थी
अपने प्यार की निषानी सारे जहॉ को दी थी
सच्ची मुहब्बत क्या है ये हमको सिखाता है
होती है क्या मुहब्बत ये सबको बताता है
है कितनी खूबसूरत संगमरमर की इमारत
इसमे की थी उसने मुमताज की इबादत
सदियों रहेगी याद अहसास कराता है
होती है क्या मुहब्बत ये सबको बताता है
ऐसे अपनी जिन्दगी को कैसे भूल जाये हम,
उसके लिए ही हमने सबको भुला दिया।
वो न जाने कौन सी दुनिया में खोये बैठे है
लगता है उनको दर्द किसी अपने ने ही दिया है।
तेरे वादों के बारे में तू ही जाने
मैँ तो बस अपनी वफ़ा को जानता हूँ
जिस दिन ये धड़कन दिल की रूठेगी
उस दिन ही मेरी वफ़ा टूटेगी।
आज फिर हद से गुज़र जाने को दिल करता है
आगोश में उनके टूट कर बिखर जाने को दिल करता है
लाख दुशमन है जमाना तो अब डरना कैसा
अब ऐसे ही तेरी बाहों में मर जाने को दिल करता है।
एक शराब की कहानी है ये
एक शराबी की जुबानी है ये
पीता है वो सुबह-शाम जी भर के
एक शराबी की ईमानदारी है ये
सुकून देती है ये बहुत दिल में जाने के बाद
एक शराबी की मन की मानी है ये
क्यों कोसते है अक्सर सभी इसको दुनिया में
एक शराबी की दिलबर जानी है ये
बहुत हँसीन पल हो जाते है इसको पीने के बाद
एक शराबी ने खुले-आम बात मानी है ये