चल आज तू मुझे अपना रहनुमा बना दे,
इसी बहाने मेरी ज़िन्दगी भी खुशनुमा बना दे।

चल आज तू मुझे अपना रहनुमा बना दे,
इसी बहाने मेरी ज़िन्दगी भी खुशनुमा बना दे।
ये नज़र भी कमाल कर गई
तेरी मेरी मोहोब्बत को सर-ऐ-आम कर गई
अब तो लोग भी राह चलते पूछते है हमसे
तेरी चाहत हमें बदनाम कर गई
कुछ इस कदर उन्होंने गुफ्तगू की हमसे
हमारे नज़दीक आ कर
पूरी रात काट गई उनकी यादों और बातों में
हम सो न सके पूरी रात चाह कर
होंठ जैसे गुलाब के फूल हो
बाल जैसे काली काली घटा
आँख जैसे गहरा सागर
पलकों पर जैसे हर मौसम फ़िदा
हर एक मुस्कान पर मरे कितने ही
उसकी है हर बात निराली और जुदा
नज़र उठे तो घटा छा जाये
नज़र गिरे तो हो जाये बारिश
और क्या कहू उसकी शान में आप सब से
बस छोटी सी ये एक मिसाल है उसके हसन की।
बड़ी उमीदों से दामन थामा है तेरा
बड़ी उमीदों से पकड़ा है तेरा हाथ
ये वादा है मेरा की निभाउंगा मैं अपना वादा
बस इतना बता क्या तू भी देगा मेरी ज़िन्दगी में मेरा साथ।
दर्द ज़िन्दगी में बहुत सुहाने मिले है,
हर तरफ हमें ग़मखारे मिले है,
कुछ तो जीत गए है मौत को ज़िन्दगी देकर,
कुछ अपनी ज़िन्दगी से ही हारे मिले है।
कुछ न कुछ तो कमी तुझ में भी रही होगी देव
यूँ ही नहीं कोई किसी को अकेला छोड़ देता है दुनिया में।